जीसीएमएमएफ (गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ) ने घोषणा की है कि दूध के संचालन और उत्पादन की कुल लागत में वृद्धि के मद्देनजर, सोमवार से सभी प्रकार के अमूल दूध की कीमत में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
महंगाई का नया डोज
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले लोगों को महंगाई का नया डोज मिला है, जो कि दूध की कीमतों में वृद्धि के रूप में आया है। अमूल इंडिया ने अपने दूध के दामों में वृद्धि की है, जो पूरे देश में लागू की गई है। सोमवार को अमूल ने अपने दूध के पैकेट में 2 से 3 रुपये का इजाफा किया है, जिसके बाद अब लोगों को अमूल का दूध पहले की तुलना में महंगे दामों पर खरीदना होगा। अब अमूल गोल्ड और अमूल शक्ति दूध के आधा और एक लीटर पैकेट के लिए 2 रुपये अधिक चुकाने होंगे। इससे पहले, कंपनी ने पिछले साल फरवरी में दूध के दाम बढ़ाए थे।
बढ़ी हुई कीमतें
अमूल इंडिया का संचालन करने वाली जीसीएमएमएफ ने कहा कि दूध के संचालन और उत्पादन की कुल लागत में वृद्धि के कारण यह बढ़ोतरी आवश्यक थी। देशभर के सभी बाजारों में अमूल दूध पाउच की कीमत दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गई है। जीसीएमएमएफ के प्रबंधन निदेशक जयन मेहता ने कहा कि किसानों को उनकी बढ़ी हुई उत्पादन लागत की भरपाई के लिए यह वृद्धि जरूरी है। पिछली बार जीसीएमएमएफ ने दूध की कीमत फरवरी 2023 में बढ़ाई थी, और यह वृद्धि करीब 15 महीने बाद आई है।
नई कीमतें
अमूल दूध की बढ़ी हुई कीमतें भारत में सोमवार से लागू हो गई हैं। नई दरें पूरे देश में लागू हो गई हैं। अमूल गोल्ड 500 एमएल दो रुपये प्रति लीटर बढ़कर 33 रुपये का हो गया है। अमूल गोल्ड, अमूल शक्ति, और अमूल टी स्पेशल दूध की कीमतें भी बढ़ा दी गई हैं। अमूल गोल्ड की कीमत 64 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 66 रुपये प्रति लीटर हो गई है। अमूल टी स्पेशल की प्रति लीटर कीमत 62 रुपये से बढ़कर 64 रुपये हो गई है। अमूल शक्ति की कीमत 60 रुपये से बढ़कर 62 रुपये प्रति लीटर हो गई है। अमूल भैंस के दूध की 500 एमएल की थैली अब 35 रुपये के बजाय 37 रुपये में और एक लीटर वाला पैक 70 रुपये के बजाय 73 रुपये में मिलेगा। इसके अलावा, अमूल दही की कीमतों में भी इजाफा हुआ है।
किसानों को फायदा
जीसीएमएमएफ के अनुसार, अमूल एक नीति के रूप में दूध और दुग्ध उत्पादों के लिए उपभोक्ताओं द्वारा भुगतान किए गए प्रत्येक रुपये में से करीब 80 पैसे उत्पादकों को देता है। कीमत में संशोधन से दुग्ध उत्पादों की लाभकारी कीमतों को बनाए रखने और किसानों को दुग्ध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।
इस प्रकार, दूध की कीमतों में यह वृद्धि किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने और उत्पादन लागत की भरपाई के लिए की गई है। हालांकि, उपभोक्ताओं को अब अमूल के उत्पादों के लिए अधिक कीमत चुकानी होगी।